भारत में लग-भग सभी मोबाइल कंपनियां 5जी स्मार्टफोन निकाल चुकीं है और बचि-कुची निकालने की तैयारी में हैं लेकिन 5जी स्मार्टफोन को असल में 5जी बनाने के लिए महत्बपूर्ण चीज है 5जी सिम. पर 5जी सिम अभी तक किसी भी मोबाइल कंपनियां नें भारत में लॅाच नहीं की है। आपको बतादें कि 5जी नेटवर्क का ट्रायल इस महीने के अंत में यानी 26 नवंबर को समाप्त होने वाला था, पर दूरसंचार विभाग ने 5जी ट्रायल को छह महीने और बढ़ाने के आदेश दे दिए ।
भारत में कब तक लॅाच होगी 5जी सिम ?
पहले 5जी सिम 2021 की अंत तक आने की उम्मीद लगाई जा रहीं थी पर 5जी ट्रायल में छह महीने की बढ़ोतरी के चलते 5जी सिम 15 अगस्त 2022 तक आ सकती है।
यह मोबाइल कंपनियां भी कर रहीं हैं 5जी हार्डवेयर पर काम
Ericsson, Nokia, Samsung और Qualcomm भारत में 5G हार्डवेयर पर काम कर रही है।
इन दौ मोबाइल कंपनियों में चल रही 5जी के लिए टक्कर
एयरटेल और जीयो में पहले 5जी सिम लॅाच करने के लिए टक्कर चल रही है, वहीं दोनों कंपनियों जोरों सोरों से 5जी के ट्रायल में लगी हुई हैं. आपको बतादें कि जीयो स्टैंड अलोन नेटवर्क को विकसित कर रहा है जबकि एयरटेल नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क को विकसित कर रहा है उसके बाद वह स्टैंड अलोन नेटवर्क पर शिफ्ट होगा।
क्या होता है 5जी नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क ?
इसका सीधा मतलब बताएं, तो जिस नेटवर्क को चलाने के लिए 4जी नेटवर्क की जरूरत पडती है, वह नॉन स्टैंड अलोन 5जी नेटवर्क कहलाता हैं। इसमें 4जी एलटीई के ईपीसी (इवोल्वड पेकिट कोड) 5जी टॉवर के न्यू रेडियो (एनआर) से कनेक्ट होता है। एस तरह नॉन स्टैंड अलोन 5जी टॉवर 4जी के ईपीसी पर काम करता है। इस तरीके से यह 5जी कनेक्टिविटी देता है।
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क्या होता है नॉन स्टैंड 5जी नेटवर्क ?
नॉन स्टैंड 5जी नेटवर्क किसी भी प्रकार से 4जी नेटवर्क पर आधारित नहीं होता है। मतलब 5जी का टॉवर खुदके ईपीसी पर आधारित होता है। इसे विकसित करने में 4जी नेटवर्क का कोई हस्तछेप नही होता।
5जी नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क और नॉन स्टैंड 5जी नेटवर्क, ज्यादा खर्च किसमें आता है ?
5जी नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क 4जी पर निर्भर होकर चलता है जबकि नॉन स्टैंड 5जी नेटवर्क खुदके नेटवर्क पर चलता है इसलिए नॉन स्टैंड 5जी नेटवर्क को विकसित करने में ज्यादा खर्च आता है।
एयरटेल और जीयो के 5जी में बेस्ट कौन है ?
जीयो स्टैंड अलोन नेटवर्क विकसित कर रहा है। जबकि एयरटेल पहले नॉन स्टैंड अलोन नेटवर्क को विकसित कर रहा है ऐसे में जीयो-एयरटेल से एक तदम आगे चलने की तैयारी में है।
स्टैंड अलोन 5जी नेटवर्क से क्या-क्या सुविधाएं मिलेगीं ?
स्टैंड अलोन 5जी नेटवर्क से लाइव ऑपरेशन, स्मार्ट सिटी, ड्राइवरलेस जैसी तकनीक में क्रांती आएगी। लेकिन जब तक भारत में ड्राइवलेस कार जैसी तकनीक लागू होगी, तब तक स्टैंड अलोन 5जी नेटवर्क भी विकसित हो जाने की उम्मीद है।
कोनसी कम्पनी किसके साथ साझेदारी में कर रही 5जी ट्रासल ?
एयरटेल एरिकसन के साथ 5जी नेटवर्क विकसित करने की दिशा में काम कर रही है। और जीयो ने क्वालकोंम के साथ साझेदारी की है और दूसरी ओर वी ने नोकिया के साथ 5जी नेटवर्क को विकसित करने की साझेदारी की है सभी मोबाइल कम्पनियों में 5जी नेटवर्क पहले विकसित करने की जंग छिडी हुई है। ऐसे में देखने वाला बात यही हीगाी कि कोनसी कम्पनी पहले 5जी नेटवर्क लॅाच करती है।

Journalist (Bachelor in Journalism and mass communication) from Sharda University