अलीगढ़: विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रही सपा दिग्गजों पर दांव लगा रही है। पार्टी हाईकमान ने अलीगढ़ की सातों विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों की तस्वीर स्पष्ट तो नहीं की है, लेकिन इतना जरूर तय है कि नए चेहरों को पीछे कर दिया गया है। तीन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम लगभग तय हैं। एक सीट पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। बाकी तीन सीटों पर सहयोगी दल रालोद के प्रत्याशी उतारे जा सकते हैं। फिलहाल धुंधला रही यह तस्वीर अगले चार दिन में साफ हो जाएगी।सत्ता से पांच साल दूर रही सपा फिर सत्ता पाने के लिए पूरे दमखम के साथ चुनाव में उतरी है। रालोद भी साथ खड़ी है।
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सातों सीटों में ज्यादातर पर प्रत्याशियों को लेकर मंथन हो चुका है। खैर, इगलास और बरौली सीट रालोद के खाते में जा सकती है। बाकी चार सीटों पर सपा अपने प्रत्याशी उतारेगी। पार्टीजनों में ऐसी चर्चाएं हो रही हैं। इस चुनाव में पार्टी कोई चूक करना नहीं चाहती। यही वजह है कि प्रत्याशियों के चयन के लिए सर्वे कराए गए थे। उन दावेदारों को भी चिह्नित किया गया, जो टिकट न मिलने पर बगावत कर सकते हैं। सर्वे में शामिल रहे नेताओं ने रिपोर्ट बनाकर हाईकमान को भेज दी। इसी आधार पर प्रत्याशियों का चयन किया गया है। दावेदारों ने लखनऊ में डेरा डाल दिया है।फिलहाल इनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। 13 या 14 जनवरी को पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। शहर, छर्रा और अतरौली की तस्वीर लगभग साफ है। कोल सीट पर असमंजस बना हुआ है। 2012 के चुनाव में ये चारों सीटें सपा के खाते में गई थीं। कई दावेदार लखनऊ में डटे हुए हैं। टिकट पाने के लिए हर स्तर पर बातचीत हो रही है। पार्टीजनों का कहना है कि अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ही करेंगे
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Journalist (Bachelor in Journalism and mass communication) from Sharda University